रायपुर-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे: 2025 तक तैयार होगा एक रोमांचक सफर का नया रास्ता

Raipur-Visakhapatnam Expressway: भारत में एक्सप्रेसवे का जाल तेजी से फैलता जा रहा है, जिससे सड़क मार्ग से यात्रा करना और भी आसान और सुविधाजनक हो गया है। इसी कड़ी में एक और महत्वपूर्ण परियोजना है रायपुर-विशाखापत्तनम (Raipur–Vizag) एक्सप्रेसवे, जिसे एक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण पिछले 4 सालों से चल रहा है और इसे 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
रायपुर-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे
रायपुर-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे 6 लेन का होगा और इसे पूरी तरह से एक्सेस कंट्रोल सिस्टम से लैस किया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश को जोड़ा जाएगा।
रोमांचक यात्रा
इस एक्सप्रेसवे के बनने से रायपुर और विशाखापत्तनम के बीच की दूरी 126 किलोमीटर कम हो जाएगी। वर्तमान में 590 किलोमीटर की दूरी घटकर 464 किलोमीटर रह जाएगी। इसके साथ ही, यात्रा का समय भी 50% कम हो जाएगा। वर्तमान में जहां इस यात्रा को पूरा करने में लगभग 14 घंटे लगते हैं, वहीं एक्सप्रेसवे बनने के बाद यह समय घटकर 7 घंटे से भी कम रह जाएगा।
खर्चा
एशियाई विकास बैंक (ADB) द्वारा वित्तपोषित इस परियोजना का खर्च लगभग 20 हजार करोड़ रुपये अनुमानित है। यह एक्सप्रेसवे तीन राज्यों - छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश को आर्थिक रूप से भी लाभान्वित करेगा।
रायपुर-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह समंदर किनारे बसे शहर विशाखापत्तनम से शुरू होकर घने जंगलों और पहाड़ों के बीच से गुजरता है। इस पर सफर करना किसी हिल स्टेशन की सैर जितना रोमांचक और खुशनुमा नजर आएगा।
रायपुर-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे न केवल यात्रा के समय और दूरी को कम करेगा बल्कि आर्थिक और पर्यावरणीय लाभ भी प्रदान करेगा। 2025 तक इसके पूरा होने के बाद, यह एक्सप्रेसवे तीन राज्यों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा और यात्रियों को एक रोमांचक और सुगम यात्रा का अनुभव प्रदान करेगा। यदि आप एक नए और रोमांचक सफर का अनुभव करना चाहते हैं, तो यह एक्सप्रेसवे आपके लिए एक आदर्श विकल्प साबित होगा।