नोएडा, फरीदाबाद और गाजियाबाद को जोड़ने वाले एफएनजी एक्सप्रेसवे का काम अटका, जानें वजह

Faridabad-Noida-Ghaziabad Expressway: फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (एफएनजी) एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर भारत के तीन प्रमुख शहरों को जोड़ने के लिए किया जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली-एनसीआर की यातायात समस्या का समाधान करेगा और यात्रा को अधिक सुविधाजनक बनाएगा।
परियोजना की वर्तमान स्थिति
एफएनजी एक्सप्रेसवे की योजना करीब 12 साल पुरानी है, लेकिन दो राज्यों में तालमेल की कमी के कारण यह परियोजना अब तक पूरी नहीं हो पाई थी। अब नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जमीन से संबंधित समस्याओं को जल्द से जल्द हल करें ताकि निर्माण कार्य तेज हो सके।
नोएडा में समस्याएं और समाधान
नोएडा में एफएनजी एक्सप्रेसवे के मार्ग में पांच प्रमुख स्थानों पर जमीन की समस्याएं हैं:
सोरखा गांव: स्कूल की वजह से सड़क की चौड़ाई कम है।
सेक्टर 112: करीब तीन सौ मीटर हिस्से में सड़क बननी बाकी है।
डूब क्षेत्र: एलिवेटेड रोड के लिए किसानों से जमीन ली जानी है।
सेक्टर 141: नर्सरी की जमीन का अब तक समाधान नहीं हुआ।
छपरौली गांव: यमुना पुल से जोड़ने के लिए सड़क बननी है।
इन समस्याओं को दूर करने के लिए, अधिकारियों को जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी लाने और अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए हैं।
फरीदाबाद में परियोजना की प्रगति
फरीदाबाद में एफएनजी एक्सप्रेसवे का काम भी तेजी से हो रहा है। हरियाणा लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रदीप सिंह संधू ने बताया कि अक्टूबर तक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली जाएगी। इसके लिए नोएडा की एक कंपनी को करीब 26 लाख रुपये दिए गए हैं। उम्मीद है कि दिसंबर तक परियोजना पर काम शुरू हो जाएगा।
फरीदाबाद में निर्माण कार्य
फरीदाबाद में इस सड़क का निर्माण अमृता अस्पताल के पास से शुरू होगा। लालपुर गांव में यमुना पर करीब 650 मीटर लंबाई का एक पुल तैयार किया जाएगा। यह सड़क 10 किलोमीटर लंबी और चार लेन की होगी, जो ग्रेटर फरीदाबाद स्थित मां अमृता अस्पताल के पास से शुरू होकर यमुना पार करके नोएडा से जुड़ेगी।
एफएनजी एक्सप्रेसवे के बनने से फरीदाबाद से नोएडा और गाजियाबाद की आवाजाही सुविधाजनक हो जाएगी। इस एक्सप्रेसवे को गुरुग्राम रोड, एनएच-19 और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने पर भी विचार किया जा रहा है।